नेम-धरम,साफ-सफाई छठ पर्व के सबसे पहिला शर्त अउर मान्यता ह। छठ पर्व के शुरुआत नहाय खाय से होला। नहाय खाय के दिन शुद्ध घी में बनल अरवा चावल, सेंधा नमक में बनल चना के दाल अउर लौकी के सब्जी दिन में प्रसाद के रूप में एक बार ही खाइल जाला। पर्व के दूसरा दिन खरना के नाम से जानल जाला। खरना के दिने भरदिन उपवास रखल जाला अउर संध्या समय में गुड़ के खीर-रोटी के प्रसाद बना के ग्रहण कइल जाला। तीसरा दिन संझत के निर्जला व्रत में रह के संध्या में अस्ताचलगामी सूर्य भगवान के अर्घ दिहल जाला अउर चऊथा दिन पारन के नाम से जानल जाला जवना में व्रती भोर में उगते सूर्य के अर्घ देके आपन व्रत खोलेला। ए तरह लोक आस्था के महा पर्व छठ पूर्ण ला।