छठ व्रत के कई प्रचलित लोक-कथा बा जवना में एक कथा के अनुसार कहल जाला कि भगवान राम भी छठ पूजा कइले रहन। भगवान श्री राम सूर्यवंशी रहन…एसे जब श्रीराम लंका पर विजय करके वापस अयोध्या अइलें त आपन कुलदेवता सूर्य के उपासना खातीर सीता मइया के साथ षष्ठी तिथि के व्रत करके सरयू नदी में संध्या समय में डूबते सूर्य के अर्घ दिहलन अउर सप्तमी तिथि के भोर में उगते सूर्य के अर्घ देके पारन कईले रहन। एकरा बाद से ही बाकी लोग भी भगवान सूर्य के आराधना करे लगलें। मानल जाला कि इ पुण्य पर्व के शुरुआत ओही समय से भईल बा।