एह विद्यालय में छात्रन के दिहल जाला पद्मश्री, पद्म विभूषण आउर भारत रत्न
बिहार के छपरा में एगो बहुते अनोखा सरकारी स्कूल बा। जहां के सफल छात्रन के पुरस्कार देश के सर्वोच्च पुरस्कार पद्मश्री, पद्म विभूषण आउर भारत रत्न के नाम से दिहल जाला। एह पुरस्कार के पावे खातीर स्कूल के छात्र भी साल भर खूब जम के मेहनत करेलें। जिला मुख्यालय छपरा से 15 किलोमीटर दूर स्थित मानसर कुमना गाँव स्थित महंत मेथी भगत उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में 3 साल से एह पुरस्कार के वितरण कईल जाला। ई अनोखा प्रयोग छात्रन खातीर काफी लाभकारी साबित हो रहल बा।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुदीश कुमार कहेलन कि बच्चन में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के भावना के विकसित करे खातीर विद्यालय के निर्णय अब सही साबित हो रहल बा। एह पुरस्कार के पावे खातीर छात्रन में एक-दूसरे से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बा। एह पुरस्कार के पावे वाला छात्र विद्यालय रत्न के नाम से जानल जालें।
एह बार विद्यालय रत्न पावे वाली छात्रा निभा आउर पद्मविभूषण पावे वाली छात्रा काजल बतवली कि ऊ खुश बाड़ी कि उनके ई पुरस्कार मिलल बा आउर एक दिन ऊ सही मायने में एह पुरस्कार के पावे के कोशिश करिहन। बताते चली कि कुमना गांव के ई सरकारी विद्यालय निजी विद्यालय के तर्ज पर हर साल वार्षिक समारोह भी मनावेला। आउर वार्षिक समारोह के दौरान छात्रन के ई पुरस्कार दिहल जाला।
पुरस्कार वितरण करे खातीर जिला के कई बड़ा समाजसेवी आउर शिक्षाविद आवेलें आउर छात्रन के सफलता के गुर भी सिखावेलें। शिक्षाविद हरेंद्र सिंह एह प्रयास के काफी सराहना करेलन आउर कहेलन कि विद्यालय के ई प्रयास छात्रन के मनोबल के बढ़ावे वाला बा।
आपके बता दीं कि एह विद्यालय के छात्र लगातार अपना प्रतिभा के प्रदर्शन कर रहल बाने। जिला के कवनो भी प्रतियोगिता में एह विद्यालय के छात्र मेरिट लिस्ट में जरूर नजर आवेलें। देश के महत्वपूर्ण पुरस्कार के नाम पर देवे जाये वाला एह पुरस्कार के पावे के ललक एह बच्चन के अच्छा करे के खातीर प्रेरित कर रहल बा।