भोजपुरी के आठवीं अनुसूची में शामिल करे खातिर भी एगो सत्याग्रह के जरुरत बा, अइसन कहनाम बा भोजपुरी के प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी के। मोतिहारी एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचल कल्पना बतवली कि अगीला छह महीने के अंदर भोजपुरी भाषा के ध्वजा लहरायी अउर कुछ अच्छा जरुर होयी।
कल्पना कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात कइली अउर कहली कि उ भोजपुरी क्षेत्र से नईखी, बाकी भोजपुरी भाषा के प्रति उनकर लगाव काफी ज्यादा बा। अउर एही से उ भोजपुरी भाषा के दुनिया के स्तर प स्थापित करे के ही आपन जीवन के मुख्य उदेश्य बनवले बाड़ी। कल्पना भोजपुरी खातीर कई तरह के प्रोजेक्ट तैयार कर रहल बाड़ी। इ प्रोजेक्टस के तैयार भईला से भोजपुरी वासी अउर भोजपुरी भाषा के बहुत प्रतिष्ठा प्राप्त होयी।
कल्पना बापू प एगो लघु फिल्म भी बना रहल बाड़ी। फिल्म के अधिकांश शूटिंग मोतिहारी अउर बेतिया के भितहरवा में भईल बा। उनकर कहनाम बा कि चंपारण के पावन धरती से ही महात्मा गांधी सत्याग्रह आंदोलन के शुरुआत कर देश के आजाद करइले रहन। एह से विश्व पटल प चंपारण के खास महत्व बा अउर हमनी के आपन आवे वाली पीढ़ी के इ बतावे के होयी। काहे कि एतना साल से भोजपुरी एगो सवाल ही बनल बा। जेकर अभी ले कवनों समाधान नईखे निकलल। एह से कल्पना इ बात प जोर देके कहली कि भोजपुरी भाषा खातीर भी एगो सत्याग्रह के जरुरत बा।