जिला के पहिला नागरिक के तौर प जिलाधिकारी के काम बहुत जिम्मेदारी भरल होला.. अउर कवनों अउर काम खातीर समय निकालल ओकरो से मुश्किल.. बाकि, कई बार अइसन होला.. जब दूसर के मुश्किल के सामने खुद के दिक्कतें छोट दिखाई पड़ेला।
बिजनौर के डीएम जगत राज त्रिपाठी एगो अइसने पहल के शुरूआकत कइले बाड़न। उ कलेक्ट्रेट परिसर में प्रतियोगी परीक्षा से संबंधित एगो कोचिंग चला रहल बाड़न। इ कोचिंग में आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्र के मुफ्त में पढ़ावल जाला। इ कोचिंग नियमित रूप से हफ्ता के सातों दिन कलेक्ट्रेट सभागार में चलेला। डीएम अउर जिला के दूसरा प्रशासनिक अधिकारी इ निशुल्क कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षा के तइयारी कर रहल छात्र लोगन के मार्गदर्शन करेलन।
प्रतियोगी परीक्षा के तैयारी कर रहल छात्रों खातीर समर्पित इ नि:शुल्क कोचिंग इंस्टीट्यूट में अब ले 100 से भी ज्यादा छात्र रजिस्ट्रेशन करा चुकल बाड़न। एकरा अलावे, जिला लाइब्रेरी में रखल किताब भी छात्र लोगन के उनकर तैयारी में मदद करेला।