हिंदू देवी-देवता के वाहन में पशु व पक्षी के उपयोग के लेके अक्सर जिज्ञासा उठेला इ सब देव शक्ति के साथ प्रतिकात्मक बा, लेकिन इनके स्थूल अर्थ ग्रहण कइले से प्रतीक में जवन अर्थ होला ओके समझे में आम लोग के मुश्किल होला। लक्ष्मी के वाहन रूप में उल्लू के मान्यता एही तरह के एगो जिज्ञासा बा। एगो पौराणिक मान्यता ह कि लक्ष्मीजी समुद्र से प्रकट भईली अउर भगवान विष्णु के सेवा में लग गईली। लक्ष्मीजी के स्वभाव चंचल मानल जाला।
एही से उनके आराधना व उपयोग के मामला में भी सावधानी के आवश्यकता होला। लक्ष्मी के वाहन उल्लू स्वभाव से रात में देखले में सक्षम होला। उल्लू अज्ञान का प्रतीक ह। उल्लू अंधकार में ही जाग्रत होला। लक्ष्मी उल्लू पर बईठल बाड़ी, एकर अर्थ ई ह कि उ अज्ञान के सवारी करेली अउर सही ज्ञान के जाग्रत कईले में सहयोगी होलीन। अगर लक्ष्मी के उपयोग अज्ञान के साथ होई त उ भोग अउर नाश तक ही सीमित रहि जाई। अगर ज्ञान के साथ होला त दान अउर परोपकार के दिशा में लगेला। संकेत इहे बा कि रीति से कमाईल धन नीति से खर्च करीं।
उल्लू के लक्ष्मी के वाहक मानल जाला , लेकिन फिर भी एके कहीं शुभ त कहीं अशुभ मानल जाला। उल्लू के लेके कई तरह के मान्यता हमनी के समाज अउर धर्म में प्रचलित बा. जानि अईसने ही 5गो मान्यता, जवने पर आज भी विश्वास कईल जाला –
1.ई य एतना आम चाहें आसान नईखे, लेकिन कहल जाला कि आपके नजर उल्लू से मिल जाव त, समझ लेईं कि आपके बेहिसाब दौलत मिले वाला बा।
- रोग के लेके भी उल्लू के ई मान्यता है कि अगर उल्लू कवनो रोगी के छूके निकल जाव चाहें उनके उपर से उड़ के चल जाव त गंभीर रोग भी ठीक हो सकेला।
- उल्लू के दाहिनी तरफ देखल या बोलल हमेशा अशुभ होला, एही से जब भी उल्लू के आवाज सुनाई देला त एके अपशगुन मानल जाला। लेकिन उल्लू के बायां ओर देखल शुभ मानल जाला।
- अगर उल्लू केहू के घर के छत पर आके बैठ जाव या छत पर बैठ के आवाज करो त, घर के कवनो सदस्य के मौत हो जाये के ओर इशारा करेला।
- अगर सुबह के वक्त पूर्व के दिशा के ओर उल्लू दिखाई दे या फिर ओकर आवाज सुनाई दे त इ मानल जाला कि अचानक धन के प्राप्ति हो सकेला।
उल्लू तंत्र सिद्धि तांत्रिक प्रयोग-
उल्लू वशीकरण तंत्र सिद्धि तांत्रिक प्रयोग हिन्दू धर्म में दूसर पवित्र पक्षी उल्लू के मानल जाला। लेकिन कुछ लोग अपनी गलत धरना के चलते उल्लू से डेरा जाने लेकिन ई गलत ह, काहें कि माता लक्ष्मी के वाहन है अउर यदि हमनी के उल्लू का अनादर कर तानी के त एकर मतलब हमनी के माता लक्ष्मी के अपमान कर तानी के। हिन्दू धर्म में उल्लू के समृद्धि अउर धन के प्रतीक मानल जाला। लोग उल्लू से ऐसे डेराला की उ डरावना दिखेला । कुछ लोग हद तब क देने जब उ अपने ही करीबी के उल्लू के तरह दिखले के कारण ओके मुर्ख कहिके संबोधित करेलन। लेकिन वास्तव में ई गलत ह.
उल्लू तंत्र सिद्धि तांत्रिक प्रयोग
उल्लू के महत्व तंत्र साधना में बहुते ह. तंत्रशास्त्र के अनुसार, उल्लू के विवेकशीलता अउर ओहसे मिले वाला लाभकारी परिणाम से इनकार नाहीं कईल जा सकेला। एहमें कई रहस्मयी शक्ति छिपल बा। ग्रीकवासी आदिकाल से उल्लू के सौभाग्य, धन अउर समृद्धि के प्रतीक मानेलन। जबकि पूरा यूरोप उल्लू के काला जादू के मुख्य अंग के रूप में मानेला। चीनी फेंगशुई में अगर उल्लू सौभाग्य अउर सुरक्षा के प्रतीक ह त जापानी लोग को नजर में उल्लू उनके मुसीबत में रक्षा करेला अउर अगर भारत में एह तंत्र के बात कईल जाव त ईहां ई विधा बहुत ही प्रचलित बा. एहमें कई चमत्कारी अचूक तांत्रिक शक्ति बा. ई मानल जाला कि उल्लू के हाव-भाव, बोली अउर उड़ान भरे के स्थिति से भूत, भविष्य अउर वर्तमान के घटना के पता लगावल जा सकेला। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, उल्लू माता लक्ष्मी के वाहन ह जवन शुक्र गृह के अधिष्टात्री ह, जबकि उल्लू राहु के घर के प्रतिनिधित्वि करेला अउर कुंडली में एकर सुनिश्चित घर छठा स्थान के ह. हालांकि एकर तीसरा, छठा अउर आठवां घर में होखल शुभ मानल गईल बा। एही से उल्लू के महत्वता मनुष्य के जीवन में बनल रहेला, जवने के भविष्य सूचक के नज़रिया से देखल जाला।
उल्लू के माध्यम से वशीकरण टोटका निम्नलिखित बा:-
1) वशीकरण के खातिर कईल गईल उपाय में उल्लू के पंख के राख के कसूरी के साथ घिसके शरीर पर लगे से अचूक परिणाम मिलेला| एकरे अलावा उल्लू के बली की के बाद ओकर सूखल मांस खिला देहल जाव , त उ काफी विचलित हो जालाअउर ओकर शांति भंग हो जाला।
2) उल्लू के तंत्र में ओकरे अंग के तांत्रिक साधना के खातिर कई तरह से उपयोग में लावल जाला। उल्लू के नाखून , पंख , पंजा, चोंच तंत्र सिद्धि के काम में लावल जाला| एकरे पूजा रात महानिशिफ काल में होला।
3) उल्लू पक्षी के एगो पंख लेको ओके अपनी सामने रखके “ॐ उल्लिकान विदेशय फट ” मंत्र के जाप 101 बार करके ओके जवने घर में भी फेंक देहल जाला उहां पर कलह हो जाला।
उल्लू वशीकरण के टोटका निम्नलिखित बा:-
1)धन के प्राप्ति के खातीर उल्लू के तस्वीर लगावले अउर ओकर दीपावली के शाम पूजा कईले के शुभ परिणाम होला।
2) धन रखे वाला स्थान पर उल्लू के तस्वीर रखल एगो साधारण टोटका ह ,अउर ऐसे घर में आर्थिक लाभ के अवसर बनेला।
3) पक्षी तंत्र के अनुसार उल्लू धन के संकेत देवे वाला ह। जहां भी खजाना छिपाकर रखल होला या गाड़ल रहेला ,उ हां उल्लू पावल जाला।
दीपावली पर उल्लू तंत्र के कुछ उपाय के करके आप अपनी कार्य में आ रहल बांधा के हटा सकेलीं। उल्लू तंत्र के सिद्ध उपाय बा :-
घर में कवनो भी प्रकार के बाधा होखे त दीपावली के रात में निम्नलिखित मंत्र उल्लू पर विराजी या उल्लू के साथ मां लक्ष्मी के प्रतिमा के समक्ष लाल चन्दन की माला से १००० बार जाप करीं। एहसे हर प्रकार के बांधा दूर होई।
मंत्र :-
“ॐ नमो कालरात्रि सर्वभूतबाधा, किया कराया,
नजर ,ढीठ पलायन कुरु कुरु हूं फट सवाहा”।
सर्वप्रथम स्नानादी से निवृत होके साफ़ – सुथरा जगह एगे ऊन के आसन लेके ओह पर स्वयं विराजित होके बैठ जाईं फिर उल्लू के साथ लक्ष्मी के तस्वीर के सामने रखी. जहां तक हो सके शंख के माला या कमलगट्टा का माला लेके निम्न मंत्र के जाप करीं , लाभ अवश्य मिली।
मंत्र :–
“ॐ नमो उल्लुकवाहिनी विष्णु प्रिया भगवती लक्ष्मी दए
मम दुर्भाग्यनाशाय नाशाय सौभाग्य – वृद्धि कुरु – कुरु
श्रं श्रै श्रौ फट् सवाहा.”
तंत्र शास्त्र के अनुसार उल्लू से जुड़ल कुछ बात निम्नलिखित बा:-
अगर सपना में उल्लू के अपनी ओर आवत देखलीबानी त ओके शुभ मानल जाला। अउर अगर सपना में उल्लू दूर जात दिखाई देता त घर में आग लग जाईल , चोरी हो गईल , व्यापार में घाटा होखले के संकेत देला।
हिन्दू धर्म में ज्योतिषशास्त्र अउर तंत्रशास्त्र के अनुसार शगुन अपशगुन के मान्यता सदियन से चलत आ रहल बा। उल्लू से जुड़ल कुछ शगुन –अपशगुन निम्लिखित बा :-
अगर उल्लू रात में यात्रा कर रहल व्यक्ति के होम – होम के आवाज करत मिले त शुभ फल मिलेला, काहें की एह तरह के ध्वनि यदि उ फिर करता त ओकर इच्छा रमण करेके होला।
अगर उल्लू केहू के घर बईठल शुरु कर देव, त उ घर कभी भी उजड़ सकेल अउर ओह घर के मालिक पर कवनो विपत्ति आवले के सम्भावना बढ़ जाला। दक्षिण अफ्रीका में उल्लू के आवाज के मृत्युसूचक मानल जाला। चीन में उल्लू दिखाई देहले पर पड़ोसी के मृत्यु के सूचक मानल जाला।
हिन्दू धर्म में ऋषि लोग के बहुत ही गहन आवलोकन अउर अध्यन्न के बाद ही उल्लू के देवी लक्ष्मी के वाहन होखे के बात कहल जाला।