सारनाथ एगो प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थल ह। अइसन मानल जाला कि ज्ञान प्राप्ति के बाद भगवान बुद्ध आपन प्रथम उपदेश एहिजे दिहले रहलन। एही से इ स्थान बौद्ध धर्म के चार प्रमुख तीर्थन में से एक ह। सारनाथ के जैन अउर हिन्दू धरम में भी महत्व प्राप्त बा।
सारनाथ में सम्राट अशोक क चतुर्मुख सिंह स्तम्भ, भगवान बुद्ध क मन्दिर, धामेख स्तूप, चौखन्डी स्तूप, राजकीय संग्रहालय, जैन मन्दिर, चीनी मन्दिर, मूलंगधकुटी अउर नवीन विहार आदि दर्शनीय स्थल बा।
भारत क राष्ट्रीय चिह्न एहिजे के अशोक स्तंभ के मुकुट की अनुकृति ह। मुहम्मद गोरी सारनाथ के पूजा स्थल के नष्ट कर दिहले रहल। बाकी सन् 1905 में पुरातत्व विभाग इहां के खुदाई के काम प्रारम्भ कइलस। ओहि समय में बौद्ध धर्म के अनुयायी अउर इतिहास के विद्वान लोग के ध्यान इधर गईल। वर्तमान में सारनाथ तीर्थ स्थल अउर पर्यटन स्थल के रूप में लगातार वृद्धि के ओर अग्रसर हो रहल बा।