दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में मैथिली भोजपुरी अकादमी, दिल्ली द्वारा आयोजित तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम “पूर्वांचल सांस्कृतिक मेला” के शुभारंभ कईल जा चुकल बा. एम्फीथिएटरनुमा लॉन में मंच के सामने मौजूद दर्शकन के भारी मौजूदगी अंत तक तालियों के गड़गड़ाहट से कलाकारों के उत्साह बनईले रखलस। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित युवा गायिका चंदन तिवारी रहली। चंदन “लोक में गांधी” आउर “लोक में राम” विषयों पर खास प्रस्तुति दिहली। नीमिया के डार मईया जईसन प्रसिद्ध पचरा गीत से लेत बिहार के लोक कलाकार रसूल मियां के मशहूर गीत “राम का सेहरा” के अलावा सैयां बोओ न कपास हम चलाइब चरखा, हमरे चरखा का टूटे ना तार,चरखवा चालू रहे, राम मोरे चल गइले बनवा हो मन लागे न भवनवा जइसन एक से एक गीत से दर्शकन के मन मोह लिहली। कार्यक्रम में मिथिला रत्न से सम्मानित श्री कुंज बिहारी जी ना खाली मैथिली बल्कि भोजपुरी में भी विभिन्न गीतों के सुन्दर प्रस्तुतियां दिहलन। एकरा अलावा बादशाह ग्रुप आउर पूजा झा के ग्रुप लोक नृत्य के प्रस्तुतियां दिहलन सभे। कार्यक्रम में पंद्रह वर्षीय कलाकार स्वास्तिक भारद्वाज भी अपने अद्भुत गायकी से सबके चकित कर दिहलन।
एह मौका पर अकादमी उपाध्यक्ष नीरज पाठक कहलें कि देश के पूर्वांचल क्षेत्र आपन संस्कृति,धरोहर,परंपरा,लोक गीत-संगीत से समृद्ध ह अउर मैथिली भोजपुरी अकादमी के पिछला साल तीन सौ से अधिक कार्यक्रम करे के गौरव प्राप्त भईल।
कार्यक्रम में दिलीप पांडे, आतिशी मार्लिनी, संजीव झा, ऋतुराज झा, अनिल मिश्र अउर अकादमी सदस्य सहित भरपूर पूर्वांचली अउर भारी मात्रा में दर्शक लोग के उपस्थिति रहल।