विश्व कुश्ती की दुनिया में भारत के नाम रोशन करे खातीर काशी के महिला पहलवान लोग ऐतिहासिक तुलसीदास अखाड़ा में अभ्यास करे शुरू कर देले बाड़ी। इ महिला पहलवान लोग के तुलसी अखाड़ा तक के सफर आसान ना रहे। कड़ा मशक्कत के बाद विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर के महंत विश्वंभरनाथ मिश्रा लड़कियन के इ अखाड़ा में प्रवेश के अनुमति दिहलन।
अखाड़ा के इ कदम बड़ा प्रभावकारी और क्रांतिकारी मानल जा रहल बा । आप सबे के बता दी कि महिला पहलवानों के अनुमति देके तुलसी अखाड़ा आपन 450 साल पुरान परंपरा के तोड़ले बा । नंदिनी सरकार और आस्था वर्मा के इ अखाड़ा में प्रवेश दिहल गइल बा । सोमवार के महिला पहलवान लोग आपन कुश्ती के दांव-पेच दिखाके सभल लोग के आपन मुरीद बना लिहली ।
अभ्यास के बाद महंत विश्वंभर नाथ मिश्रा कहत बाड़न कि अखाड़ा लड़कियन के खिलाफ नईखे । हम एकरा के बढ़ावा देवे खातीर व्यापक योजना बना रहल बानी । जल्द ही एकर घोषणा कइल जाई । समय के हिसाब से बदलाव जरूरी बा । इ फैसले से महिलाओं के कुश्ती के क्षेत्र में आगे आवे के मौका मिली । इ अच्छा फैसला ह, लड़कियों के हित में बा ।
तुलसी अखाड़ा भगवान हनुमान के समर्पित ह । इ अखाड़ा के खास बात इ ह कि एकर संचालन संकट मोचन मंदिर ट्रस्ट करेला । जहां लड़कियन के प्रवेश वर्जित बा उहवां इ मंदिर के महंत से लड़कियन के कुश्ती करे के अनुमति मिलल बहुत बड़ बात ह ।
आप सबे के बता दी कि 20 साल के नंदनी सरकार कुश्ती में स्नातक कर रहल बाड़ी । अखाड़ा में लड़कियन के प्रवेश खातीर महंत के दस सालों से मनावल जात रहे । महंत के अनुमति के बाद इ साल 15 अगस्त के नागपंचमी के दिन लड़कियन के अखाड़ा में उतरे के मौका मिलल रहे ।