जवन लोग लिपस्टिक के लाली पर मरत रहलें अब लिपस्टिक के लाली से मरीहें। रउरा सभे अँखियों से गोली मारे त सुनले होखब पर का लिपिस्टिक से गोली मारे के सुनले बानी। रउरा सभे के बता दी कि अब एगो अईसन लिपिस्टिक ईजाद करल गईल बा जेकरा से अब मनचलन के खैर नईखे। एह दिशा में वाराणसी के युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया एगो शानदार पहल कईले बाड़ें। श्याम चौरसिया महिला सुरक्षा खातिर एगो खास तरह के डिवाइस ‘लिपस्टिक गन’ बनवले बाड़ें। एह गन के पूरा नाम ऐंटी-ईव-टीजिंग लिपस्टिक गन ह। ई लिपस्टिक गन महिला के खूबसूरती बढ़ावे के साथे-साथ छेड़खानी करे वाला शोहदन के सबक भी सिखाई। युवा वैज्ञानिक के एह पहल के अगर प्रोत्साहित कईल जाव त हर महिला के सुरक्षा खातीर एगो बहुत बड़ा हथियार मिल जाई।
वाराणसी के पांडेयपुर निवासी युवा वैज्ञानिक श्याम चौरसिया वाराणसी के ही अशोका इंस्टीट्यूट में पार्ट टाइम जॉब करेलें। आउर पहिले भी महिला सुरक्षा खातीर बहुत सारा उपकरण बना चुकल बाड़ें, लेकिन लिपस्टिक गन बहुते उपयोगी सिद्ध हो सकेला। उनकर कहनाम बा कि देखे में बिल्कुल लिपिस्टिक जईसन ई गन मनचलन आउर शोहदन के सबक सिखावे खातीर बहुत कारगर साबित हो सकेला।
एह गन में ट्रिगर लगला के वजह से बंदूक चले जईसन आवाज निकलेला। श्याम बतवलें कि एह गन के आवाज एक किलो मीटर दूर तक सुनल जा सकेला। लिपस्टिक के फायर ट्रिगर के दबावते लाइव लोकेशन के साथ पुलिस कंट्रोल के 112 नंबर आउर परिवार के सदस्य के पास फोन लाग जाला। खास बात ई बा कि लाइव लोकेशन के मदद से समय रहते पुलिस घटना स्थल पर पहुँच सकेले। पुलिस के पहुँचे तक बचाव खातीर लिपिस्टिक गन से फायरिंग कर महिला आपन सुरक्षा कर सकेलीं।
श्याम चौरसिया के लिपिस्टिक गन तइयार करे में करीब छह महिना लागल बा। एके बनावे में 3.7 प्वॉइंट के बैटरी आउर ब्लूटूथ के प्रयोग भईल बा आउर गन बनावे में 650 रूपया के खर्च आईल बा। गन के वजन तकरीबन 70 ग्राम बा।
श्याम बतवलें कि ऊ महिला सुरक्षा पर बहुत दिन से काम कर रहल बाड़ें लेकिन अभी तक सरकार के ओर से कवनो मदद नइखे मिलल। योगी सरकार के मेल भी कर चुकल बाड़ें लेकिन अभि ले कवनो जबाब नइखे मिलल। अगर सरकार कि ओर से कवनो सहायता मिलो त ई गन महिला सशक्तिकरण खातीर बहुते उपयोगी साबित हो सकेला।