जब श्री राम रावण के वध कइले रहले उ दिन के विजयादशमी कहल जाला। नवरात्री के 9 दिन के बाद दसवें दिन विजयादशमी के पर्व मनावल जाला जेकरा दशहरा कहल जाला।
कहल जाला कि इहे दिन श्रीराम रावण के वध कइले रहले। ई पर्व प्रेम, भाई-चारा आउरी बुराई पर अच्छाई के जीत के संदेश देला। वैसे त भारत में हर गांव, हर शहर में कई जगह पर रावण दहन कर दशहरा मनावल जाला लेकिन कुछ स्थान अईसन भी बा जहा इ पर्व भव्यता आउर आकर्षण के खातिर प्रसिद्ध ह। जानी अईसन जगह जहां के दशहरा ह प्रसिद्ध –
बस्तर – बस्तर के दण्ड करण्य में भगवान राम आपन 14 वर्षों के वनवास के बेरा रहल रहनी। बस्तर के जगदलपुर में मां दंतेश्वरी के मंदिर बा जहां हर साल दशहरा पर हजारों के तादाद में आसपास के गांव आउरी जंगल के आदिवासी लोग इहा पहुंच के रावण दहन करेले।
मैसूर – मैसूर के दशहरा दुनिया भर में प्रसिद्ध ह, ई कर्नाटक के प्रादेशिक त्योहार भी ह। मैसूर में दशहरा लंबे समय तक मनावल जाला जेकरा देखे भारत के अलावा दुनियाभर के लोग पहुँचेले आ रावण दहन करेले।
कुल्लु – कुल्लु के ढालपुर मैदान में मने वाला दशहरा भारत के प्रसिद्ध दशहरा पर्व में से एक ह। हिमाचल प्रदेश में कुल्लु के दशहरे के अंतर्राष्ट्रीय फेस्टिवल भी घोषित कईल बा, जे पर्यटकों के सबसे बड़ा तादाद में आकर्षिषत करेला। लोग इहा पहुंच के रावण दहन करेले।
मदिकेरी दशहरा – मदिकेरी के दशहरा, कर्नाटक में 10 दिन तक मनावल जाएं वाला दशहरा ह। ई कर्नाटक में मनावल जाए वाला फेमस दशहरा फेस्टिवल में से एक ह। लोग इहा पहुंच के रावण दहन करेले।
कोटा दशहरा – राजस्थान के कोटा में भी दशहरा हर्षोल्लास के साथ मनावल जाला, राजस्थान के अलग-अलग क्षेत्र में कई त्योहार मनावल जाला जेमें कोटा के दशहरा काफी प्रसिद्ध ह।
मंगलोर दशहरा – मंगलोर में मनावल जाए वाला दशहरा देशभर से श्रद्धालुओं के आकर्षित करेला। दशहरे पर इहा के टाइगर डांस आउर बीयर डांस काफी आकर्षण के केंद्र भी बा।