ईया के नुस्खा: सर्दी के रामबाण इलाज सरसो तेल

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हर घर के रसोई में अइसन- अइसन घरेलू उपाय मौजूद होला जेकर इस्तेमाल कर के रउआ बैद चाहे  डॉक्टर के अपना घर से दूर रख सकs तानीं। आज सर्दी से बचाव के कुछ उपाय जानल जाई ईया के नुस्खा से।

आमतौर पर लोग सरसो तेल के सिर्फ तेल समझ के इस्तेमाल करेला लेकिन रउआ ई जानके आश्चर्य होई कि आयुर्वेद में सरसो-तेल के ‘औषधि’ के श्रेणी में रखल गईल बा। एह तेल के एतना फायदा होला कि रउआ हैरान रह जाएम। सरसों के तेल सेहत अउरी सुंदरता दुनू में फायदेमंद होला। एमे अइसन कई गो तत्व पावल जाला जे दर्दनाशक के काम करेला। जोड़ा के दर्द हो या फिर कान के दर्द, सरसो के तेल दवाई के काम करेला। सरसों के तेल के बहुत पौष्टिक मानल जाला एही से एकर प्रयोग खाना बनावे में कईल जाला. सरसों तेल के लोग टॉनिक के रूप में भी प्रयोग करेला. ई शरीर के कार्य क्षमता बढ़ा के शरीर के कमजोरी दूर करेला। भूख ना लगला पर सरसों के तेल के प्रयोग खाना बनावे में कईल बेहद फायदेमंद साबित होला। शरीर में पाचन तंत्र के दुरूस्त करे में भी लाभदायक होला।

सरसों के तेल से मालिश के बाद स्नान करे से शरीर अउरी त्वचा दुनू स्वस्थ रहेला। दांत के तकलीफ में सरसों के तेल में नमक मिलाके रगड़ला से फायदा होला साथ ही दांत पहले से अधिक मजबूत होला। सरसों तेल बाल के जड़ के पोषण देके रक्तसंचार बढ़ावेला जेसे बाल के झड़ल बंद हो जाला। एमे लीनोलिक एसिड होला, जे बाल खातिर बहुत बढ़िया मानल जाला. सरसों तेल में विटामिन ई अच्छा मात्रा में मिलेला, जे त्वचा के अल्‍ट्रावाइलेट किरण अउरी पल्‍यूशन से बचावेला। इतने ना, सरसों तेल झाई अउरी झुर्री से भी काफी हद तक राहत देला। सरसों के तेल से मालिश कइला पर शरीर के मांसपेशी मजबूत होला अउरी रक्त संचार भी बेहतर होला। ई शरीर में गर्माहट पैदा करे में भी मददगार होला।

सरसो-तेल के तासीर गर्म होखला से सर्दी में ई बेहद लाभकारी मानल जाला। ठंड में सरसों के तेल गर्माहट खातिर रामबाण इलाज मानल जाला, हल्का गर्म सरसो-तेल से मसाज कइला पर रुखल-सुखल त्वचा नर्म, मुलायम अउरी चिकना हो जाला। सरसों के तेल के मालिश से गठिया रोग अउरी जोड़ा के दर्द भी ठीक हो जाला। आज हमनीं के जानल जाई कि सर्दी में सरसों-तेल के तरे अधिक से अधिक फायदेमंद साबित होई। सबसे पहिले कवनो छोट कढाई में सरसों तेल गरम करीं. जब तेल गरम हो जाए तब ओमे आजवाइन अउरी हींग डालीं. जब ई दुनू कड़कड़ा जाए तब लहसुन के करीब बारह-पंद्रह कलि डाल दीं। जब लहसुन हल्का लाल हो जाए त चुल्हा से उतार लीं. अब ई मिश्रण के ठंढा कर लीं अउरी बिना छ्नले कवनो शीशी में रख लीं। रात में सुते से पहिले ई तेल हल्का गुनगुना कर के पाँव के तलवा,छाती,पीठ अउरी कमर पर खूब बढ़िया से मालिश करीं अउरी ढक के राखीं. ई तेल सर्दी-जुकाम अउरी दर्द से राहत देवे में बहुत मददगार साबित होला।

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