भोजपुरी फिल्म ‘द पावर ऑफ दहशत’ एक दिसंबर के रिलीज होई। इ फिल्म के हीरो सत्येंद्र सिंह अउर हिरोइन प्रियंका पंडित बाड़ी। सतेंद्र शूटिंग के दौरान भईल कुछ इंटरेस्टिंग यादन के शेयर कइलन। उ बतवलें कि सर्दी के समय रहल अउर हमनी के रात में बारिश में भीग के सीन शूट करे के रहल। प्रियंका शूट करे से मना कर दिहली। उ कहली कि अइसन शूट में त हम अईठ जाइब त शूटिंग कइसे होयी। ए पर सब लोग परेशान हो गइलें। तब हम जाके उनकर हिम्मत बढ़वनी अउर आग के व्यवस्था कइनी। फिर सीन शूट भईल।
यूपी के आजमगढ़ में शूट भईल इ फिल्म के स्टोरी दु दशक पहिले आजमगढ़ में सफेदपोश के आतंक पर आधारित रीयल स्टोरी बा। एह फिल्म में एसएसपी बनल सतेंद्र सिंह बतवलन कि एगो सीन में विलेन के गोली मारे के रहे। जेकरा खातीर विलेन के शर्ट में लाल रंग के गुब्बारा सेट भईल रहे, ताकी गोली लगला के बाद विलेन के खून बहे अउर उ जमीन प गिरके तड़पे।
गलती से इलेक्ट्रिशियन वायर के बैटरी के बजाए मेन लाइन से जोड़ दिहलें। टेक पर लोग समझलें कि विलेन बड़ा अच्छा एक्टिंग कर रहल बा। बाकी लोग के बाद में समझ आइल कि उ एक्टिंग ना, ओरिजनल करेंट के झटका खात रहल।
फिल्म में एक जगह बस के ऊपर से छलांग लगावत और दौड़ के विलेन के पकड़े के सीन रहे अउर लास्ट में बस से कूदके विलेन के दबोचे के रहे। एह खातीर डुप्लीकेट के इंतजाम भइल रहे, लेकिन ओकरा के समय से ना अइला के चलते उ रियल स्टंट सत्येंद्र खुदे कइलें।
सत्येंद्र के हिरो बने के पिछे भी एगो कहानी बा। उनकर छोट भाई प्रेम हीरो बनल चाहत रहन, लेकिन एगो एक्सीडेंट में उनकर मौत हो गईल। आपन छोट भाई के सपना पूरा करे खातीर सत्येंद्र एक्टिंग के दुनिया में कदम रखलें।
यूपी के आजमगढ़ में शूट भईल फिल्म दहशत क स्टोरी दो दशक पहले आजमगढ़ में सफेदपोश के आतंक पर आधारित रियल स्टोरी ह।