बिहार के समस्तीपुर के एक गांव एक दिन खातीर बन जाला नाग लोक। इंसान से भी ज्यादा देखल जाला एहिजा जहरीला सांप। बच्चा से लेके बुढ़न तक के मुंह मे, मुठी में अउर सिर पे देखल जाला एहिजा सांप। समस्तीपुर के लोगन के कहना बा की रउआ लोग खातीर अद्भभुत होइ बाकी हमनी खातीर कुछु नइखे। सापो के मेला बन गइल इ राज्य में इ कारनामा साल भर में एक बार नागपंचमी के दिन होला।
सबसे अविश्वसनीय बात इ बा की एह दिन यदि कवनों जहरीला सांप काटी भी त लोगन के कुछु ना होइ बाकी दूसर दिन काटी त आदमी मर भी सकेलन। सांप के साथ इंसानन के अइसन दोस्ती त बस एइजे देखे के मिली। सांप लोगन के मेला बन चुकल इ जगह में, साप के प्रति इ आस्था ढ़ाई सौ साल से भी जादे पुरान ह। एइजा भगवान के दरजा दिहल जा चुकल बा साप के अब ई देख के गलत नइखे कहल की जहां इंसान के डेरा उहा सांपो के बसेरा….